
संस्कृत कक्षा 10 मङ्गलम् | Class 10th Sanskrit Chpater 1 Objective Question Free PDF 2026
Bihar Board Class 10th Sanskrit Chapter 1 मंगलम के लिए 2026 के Notes, श्लोक का अर्थ और सारांश। Bihar Board Exam 2026 परीक्षा की तैयारी के लिए Simple Explanation हिन्दी में दिये गए है।
बिहार बोर्ड 10वीं संस्कृत प्रश्न | Bihar Board 10th Sanskrit Questions मंगलम पाठ का ये नोट्स छात्रों के लिए बोर्ड परीक्षा की तैयारी को सरल और प्रभावी बनाने के लिए तैयार किए गए हैं। प्रत्येक श्लोक का अर्थ, सार और महत्वपूर्ण MCQs को शामिल किया गया है ताकि छात्र आसानी से रिवीजन कर सकें और परीक्षा में आत्मविश्वास के साथ उत्तर दे सकें। इसे पढ़कर आप पाठ को गहराई से समझ सकते हैं और समय बचाते हुए उच्च अंक प्राप्त कर सकते हैं।
Class 10th Sanskrit Chapter 1 मंगलम पाठ – श्लोक अर्थ और सारांश
1. उपनिषद के रचनाकार (Author/Compiler) :
उपनिषदों की संख्या : 108
- कुल 108 उपनिषद प्रमुख रूप से माने जाते हैं।
- प्राचीन ग्रंथों में 200 से अधिक उपनिषदों का उल्लेख है, लेकिन शास्त्रीय और महत्वपूर्ण 108 उपनिषदों को ही प्रमुख माना जाता है।
सारांश:
रचनाकार : महर्षि वेदव्यास
संख्या : 108 प्रमुख उपनिषद
2. उपनिषदों का स्थान :
- उपनिषद वैदिक साहित्य का अंतिम भाग हैं।
- ये दर्शनशास्त्र के सिद्धांतों को व्यक्त करते हैं।
- यहाँ मुख्य रूप से आत्मा (आत्मा/परमात्मा) और ब्रह्म का महत्व बताया गया है।
3. परमात्मा का स्वरूप :
- उपनिषदों में परमात्मा (परमपुरुष) की महिमा का वर्णन प्रधान रूप से किया गया है।
- परमात्मा सम्पूर्ण जगत का पालन और संचालन करता है।
- जगत में जो कुछ भी है, वह परमात्मा द्वारा व्याप्त (फैला हुआ) और अनुशासित है।
4. उपदेश का उद्देश्य :
- तपस्या और साधना का परम लक्ष्य परमात्मा की प्राप्ति है।
- व्यक्ति का अंतिम उद्देश्य आत्मा/परमात्मा से एकरूप होना है।
5. पाठ का स्वरूप :
- मंगलम पाठ में कुल पाँच मन्त्रों को संकलित किया गया है।
- ये मन्त्र पद्यात्मक (काव्य रूप में) हैं और धार्मिक व आध्यात्मिक भाव व्यक्त करते हैं।
- मन्त्रों का मूल उद्देश्य शुभ आरंभ और मंगल कामना है।
❓मंगलम पाठ में कुल कितने मंत्र हैं ?
➡️ मंगलम पाठ में कुल पाँच मंत्र है।
6. मंगलम पाठ महत्वपूर्ण बिंदु :
- उपनिषद ज्ञान और दर्शन का स्रोत हैं।
- आत्मा/परमात्मा की महिमा का बोध कराते हैं।
- जीवन का अंतिम लक्ष्य आध्यात्मिक उन्नति और मोक्ष है।
मंगलम पाठ – श्लोक संख्या 1 उसके अर्थ और सारांश
1. हिरण्मयेन पात्रेण सत्यस्यापिहितं मुखम्।
तत्त्वं पूषन्नपावृणु सत्यधर्माय दृष्टये ॥
- हिरण्मयेन पात्रेण = सोने के पात्र में
- सत्यस्यापिहितं मुखम् = सत्य का मुख छिपा हुआ
- तत्त्वं पूषन्नपावृणु = हे पूषन्, तत्त्व प्रकट करो
- सत्यधर्माय दृष्टये = सत्य और धर्म देखने के लिए
श्लोक का अर्थ :
सत्य का असली रूप सोने के पात्र में छिपा हुआ है।
हे ब्रह्मांड के पोषक! हमें वह सत्य दिखाओ ताकि हम धर्म और सत्य को समझ सकें।
सारांश :
“सत्य का असली रूप छिपा है; पूषन् हमें इसे देखने और समझने की शक्ति दें।”
पढ़ें: Class 10 Sanskrit Chapter 9 – स्वामी दयानन्द: Notes
मङ्गलम् / मंगलम पाठ – श्लोक संख्या 2 और उसके अर्थ और सारांश
2. अणोरणीयान् महतो महीयान् आत्मास्य जन्तोर्निहितो गुहायाम्।
तमक्रतुः पश्यति वीतशोको धातुप्रसादान्महिमानमात्मनः ॥
- अणोरणीयान् = सूक्ष्म से
- महतो महीयान् = महान तक
- आत्मास्य जन्तोर्निहितो गुहायाम् = हर जीव के भीतर छिपा हुआ
- तमक्रतुः पश्यति = जो कर्मबंध से मुक्त है वह देखता है
- वीतशोको धातुप्रसादान्महिमानमात्मनः = अपने भीतर की महिमा और दिव्यता
श्लोक का अर्थ :
प्रत्येक जीव के भीतर अति सूक्ष्म से अति महान तत्व छिपे हैं।
जो व्यक्ति कर्मों से मुक्त है, वह अपने भीतर की महिमा और दिव्यता को देखता है।
सारांश :
“हर जीव के अंदर सूक्ष्म से महान तत्व हैं; जो कर्मबंध से मुक्त है, वह अपने अंदर की दिव्यता को देखता है।”

मङ्गलम् / मंगलम पाठ – श्लोक संख्या 3 और उसके अर्थ और सारांश
3. सत्यमेव जयते नानृतं सत्येन पन्था विततो देवयानः।
येनाक्रमन्त्यूषयो ह्याप्तकामा यत्र तत् सत्यस्य परं निधानम् ॥
- सत्यमेव जयते = केवल सत्य की ही विजय होती है
- नानृतं = झूठ कभी नहीं टिकता
- सत्येन पन्था विततो देवयानः = सत्य का मार्ग देवताओं तक फैला है
- येनाक्रमन्त्यूषयो ह्याप्तकामा = जिससे इच्छित सुख और कामनाएँ पूरी होती हैं
- यत्र तत् सत्यस्य परं निधानम् = वही सत्य का परम स्थान है
श्लोक का अर्थ :
केवल सत्य की ही विजय होती है, झूठ कभी स्थायी नहीं रहता।
सत्य के मार्ग से देवताओं का मार्ग फैला हुआ है।
जिस मार्ग से इच्छित सुख (इन्द्रियों और आत्मा की कामनाएँ) प्राप्त होती हैं, वही सत्य का परम स्थान है।
सारांश :
“सत्य ही जीत है; सत्य का मार्ग वह है जो परम सत्य तक ले जाता है।”
Class 10th Sanskrit Chapter 1 मंगलम पाठ Objective (MCQs) 2026
नीचे दिए गए वीडियो में आप Class 10th Sanskrit Chapter 1 Manglam के MCQs देख सकते हैं।
और अधिक जानकारी के लिए देखें: Class 10th Sanskrit Chpater 1 Manglam MCQs Video For Bihar Board Exam 2026
मङ्गलम् / मंगलम पाठ – श्लोक संख्या 4 और उसके अर्थ और सारांश
4. यथा नद्यः स्यन्दमानाः समुद्रेऽस्तं गच्छन्ति नामरूपे विहाय।
तथा विद्वान् नामरूपाद् विमुक्तः परात्परं पुरुषमुपैति दिव्यम्॥
- यथा नद्यः स्यन्दमानाः = जैसे नदियाँ बहती हैं
- समुद्रेऽस्तं गच्छन्ति = समुद्र में मिल जाती हैं
- नामरूपे विहाय = अपने नाम और रूप को छोड़कर
- तथा विद्वान् = वैसे ही ज्ञानी व्यक्ति
- नामरूपाद् विमुक्तः = नाम और रूप से मुक्त होकर
- परात्परं पुरुषमुपैति दिव्यम् = परमात्मा में विलीन हो जाता है
श्लोक का अर्थ :
जैसे नदियाँ अपने नाम और रूप को छोड़कर समुद्र में मिल जाती हैं,
वैसे ही ज्ञानी व्यक्ति अपने अहंकार (नाम और रूप) को त्याग कर परमात्मा में विलीन हो जाता है।
सारांश :
“जैसे नदियाँ अपने नाम और रूप छोड़कर समुद्र में मिल जाती हैं, वैसे ही ज्ञानी व्यक्ति अहंकार छोड़कर परमात्मा में विलीन हो जाता है।”
मङ्गलम् (मंगलम ) पाठ – श्लोक संख्या 5 और उसके अर्थ और सारांश
5. वेदाहमेतं पुरुषं महान्तम् आदित्यवर्ण तमसः परस्तात्।
तमेव विदित्वाति मृत्युमेति नान्यः पन्था विद्यतेऽयनाय॥
- वेदाहमेतं = मैं जानता हूँ
- पुरुषं महान्तम् = इस महान पुरुष को
- आदित्यवर्ण = सूर्य समान प्रकाशमान
- तमसः परस्तात् = अंधकार से परे
- तमेव विदित्वा = उसे जानकर
- मृत्युमेति = मृत्यु से पार जाता है
- नान्यः पन्था विद्यतेऽयनाय = मुक्ति का अन्य कोई मार्ग नहीं है
श्लोक का अर्थ :
मैं जानता हूँ इस महान पुरुष (परमात्मा) को, जो सूर्य के समान प्रकाशमान है और अंधकार से परे है।
जिसे जानकर कोई व्यक्ति मृत्यु से पार पाता है; मुक्ति का और कोई मार्ग नहीं है।
सारांश :
“जो व्यक्ति इस महान, प्रकाशमान परमात्मा को जान लेता है, वही मृत्यु से मुक्त होता है; मुक्ति का और कोई मार्ग नहीं है।”
Class 10th Sanskrit Chapter 1 Previous Year Top 22 (MCQs) Objective Questions
Bihar Board Class 10th संस्कृत उपनिषद वस्तुनिष्ठ प्रश्न | Sanskrit Upanishad Objective Questions से परीक्षा में इस पाठ से पूछे गए 22 MCQs और उनके उत्तर नीचे दिए गए हैं।
1. मंगलम पाठ में कुल कितने मंत्र हैं? [2023AI]
(A) पाँच
(B) तीन
(C) चार
(D) छ:
2. ‘अत्येति‘ पद का अर्थ है [2023AI]
(A) पार कर जाता है।
(B) सुना जाता है।
(C) देखा जाता है।
(D) कार्य किया जाता है।
3. “सत्यमेव जयते…” किस उपनिषद् से संकलित है? [2021AI]
(A) ईशावास्योपनिषद्
(B) मुण्डकोपनिषद्
(C) कठोपनिषद्
(D) श्वेताश्वेतरोपनिषद्
4. मंगलम पाठ के अनुसार किसकी जीत नहीं होती है ? [2018ΑΙΙ, 2021AI]
(A) सत्य
(B) धर्म
(C) असत्य
(D) शक्ति
5. छोटे से भी छोटा और बड़े से भी बड़ा क्या है? [2021AII]
(A) ईश्वर
(B) शरीर
(C) आत्मा
(D) मन
6. मंगलम पाठ के अनुसार नदियाँ समुद्र में कैसे मिलती हैं? [2021ΑΙΙ, 2025AII]
(A) नाम को छोड़कर
(B) रूप को छोड़कर
(C) नाम और रूप के साथ
(D) नाम और रूप को छोड़कर
7. सत्य का मुख किससे ढँका है? [2015AI, 2018ΑΙ, 2020ΑΊ, 2024ΑΙ]
(A) असत्य से
(B) हिरण्मय पात्र से
(C) स्वार्थ से
(D) अशांति से
8. ‘सत्यमेव जयते‘ किस उपनिषद् का मूलमंत्र है? [2020AI, 2024AI]
(A) ईशावास्योपनिषद्
(B) बृहदारण्यकोपनिषद्
(C) मुण्डकोपनिषद्
(D) कठोपनिषद्
Bihar Board Class 10th Sanskrit मंगलम पाठ प्रश्न उत्तर | Mangalam Chapter MCQs 2026
Bihar Board Class 10th Sanskrit मंगलम पाठ प्रश्न उत्तर | Mangalam Chapter MCQs 2026 छात्रों के लिए उपनिषद मंत्रों और उनके अर्थ समझने का Short & Important Resources है।
9. मंगलम पाठ कहाँ से संकलित है? [2018AII]
(A) वेद से
(B) पुराण से
(C) उपनिषद् से
(D) वेदांग से
10. ‘हिरण्मयेन पात्रेण … दृष्ट्ये।‘ यह मंत्र किस उपनिषद् से उद्धृत है? [2020ΑΠ, 2025AI]
(A) ईशावास्योपनिषद्
(B) मुण्डकोपनिषद्
(C) कठोपनिषद्
(D) श्वेताश्वेतरोपनिषद्
11. मंगलम पाठ के अनुसार महान् से भी महान् क्या है? [2019ΑΙΙ, 2018АII]
(A) आत्मा
(B) परमात्मा
(C) संसार
(D) इनमें से कोई नहीं
12. यह संपूर्ण संसार किसके द्वारा अनुशासित है? [2019АII]
(A) आत्मा
(B) परमात्मा
(C) साहित्य
(D) इनमें से कोई नहीं
13. ‘वेदाहमेतं पुरुषं महानतम् … विद्यतेऽयनाया।‘ मंत्र किस उपनिषद् से लिया गया है? [2018AI]
(A) कठोपनिषद् से
(B) श्वेताश्वेतरोपनिषद् से
(C) मुण्डकोपनिषद्
(D) ईशावास्योपनिषद् से
14. ‘यथा नद्यः स्यन्दमानाः … पुरुषमुपैति दिव्यम्।‘ पद्यांश किस उपनिषद् का है? [2023AI]
(A) कठोपनिषद्
(B) ईशावास्योपनिषद्
(C) मुण्डकोपनिषद्
(D) श्वेताश्वतरोपनिषद्
15. ‘अणोरणीयान् महतो … महिमानमात्मनः।‘ मंत्र किस उपनिषद् से संगृहीत है? [2018AII]
(A) मुण्डकोपनिषद् से
(B) कठोपनिषद् से
(C) श्वेताश्वेतरोपनिषद् से
(D) ईशावास्योपनिषद् से
16. नदियाँ नाम और रूप को छोड़कर किसमें मिलती है? [2018AII]
(A) समुद्र में
(B) मानसरोवर में
(C) तालाब में
(D) झील में
17. ‘अणोरणीयान् …… महीयान्‘ पद्यांश के रिक्त स्थान में कौन-सा पद होगा? [2022AI]
(A) महतो
(B) जगतो
(C) जन्तोः
(D) वितरण
18. स्वर्णमय पात्र से किसका मुँह ढका हुआ है? [2022AI]
(A) कलश का
(B) सत्य का
(C) घर का
(D) धर्म का
19. ‘ऋतस्य‘ पद का अर्थ है [2024AI]
(A) मुख का
(B) पात्र का
(C) सत्य का
(D) द्वार का
20. ‘सत्य‘ से किसका मार्ग प्रशस्त होता हैं? [2025AI]
(A) घर का
(B) स्वर्गलोक का
(C) यमलोक का
(D) देवलोक का
21. ‘अपावृणु‘ पद का क्या अर्थ है? [2025AI]
(A) ढका हुआ
(B) छोड़ दें
(C) हटा दें
(D) विस्तार होता है
22. छोटे से छोटा और बड़े से भी बड़ा क्या है? [2025AII]
(A) ईश्वर
(B) मन
(C) आत्मा
(D) शरीर
Class 10th Sanskrit Chapter 1 Manglam Previous Year Objective Questions : Answer Key
यहाँ Class 10 Sanskrit Chapter 1 के बिहार बोर्ड की पिछले वर्षों की परीक्षाओं में पूछे गए 22 महत्वपूर्ण ऑब्जेक्टिव प्रश्नों (MCQs) के उत्तर दिए गए हैं। यह Answer Key For Class 10 Sanskrit Chapter 1 Manglam छात्रों को परीक्षा की तैयारी में मदद करने के लिए तैयार की गई है। आप इन प्रश्नों और उत्तरों का अभ्यास करके अपने अंक सुधार सकते हैं और परीक्षा में आसानी से Class 10 Sanskrit Chapter 1 MCQs याद कर सकते हैं। प्रत्येक प्रश्न के सही विकल्प को ध्यानपूर्वक पढ़ें और अपने नोट्स में लिखे।
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Bihar Board कक्षा 10 संस्कृत पाठ 1 मंगलम Notes PDF | Class 10 Sanskrit Notes and Class 10 Sanskrit Previous Year Questions PDF
यह PDF Class 10 संस्कृत पाठ 1 मंगलम के पिछले वर्षों (Class 10 Sanskrit Previous Year Questions PDF) की बिहार बोर्ड परीक्षाओं में पूछे गए महत्वपूर्ण ऑब्जेक्टिव प्रश्नों (MCQs) पर आधारित है। इसमें टॉप 22 प्रश्नों के उत्तर दिए गए हैं, जो छात्रों को परीक्षा की तैयारी और रिवीजन में मदद करेंगे। आप इस PDF को डाउनलोड करके आसानी से अपने नोट्स में शामिल कर सकते हैं और परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने की तैयारी कर सकते हैं। प्रत्येक प्रश्न और उत्तर स्पष्ट रूप से व्यवस्थित हैं, ताकि अभ्यास करना आसान हो।
Class 10 Sanskrit Note / Previous Year 22 MCQs PDF
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