
डाउनलोड करें बिहार बोर्ड क्लास 10 हिंदी अध्याय "ढहते विश्वास" Questions & Answers Free PDF
ढहते विश्वास Questions Answer For Class 10 Bihar Board Hindi वर्णिका भाग-2 Chapter 2 का पूरा Question Bank & NCERT Solutions इस पोस्ट में दिया गया है। यहाँ आपको Class 10th Hindi Dhahte Vishwash Questions Answer NCERT Solutions, Previous Year Question Bank PDF आसानी से मिलेंगे, जो बोर्ड परीक्षा की तैयारी में मददगार साबित होंगे।
Class 10 Bihar Board Hindi ढहते विश्वास Questions Answer
Class 10th Bihar Board Hindi वर्णिका भाग-2 के Chapter 2 “ढहते विश्वास” के सभी Question Answer और PDF Solutions यहाँ उपलब्ध हैं। इस पोस्ट में NCERT आधारित हल, महत्वपूर्ण Question Bank और Objective Questions दिए गए हैं जो परीक्षा की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण हैं।
Class 10 Bihar Board Hindi Dhahte Vishwash Questions Answer PDF
यहाँ पर ढहते विश्वास कहानी से जुड़े अब तक बिहार बोर्ड परीक्षा में पूछे गए सभी प्रश्न और उनके उत्तर उपलब्ध हैं। हर प्रश्न के साथ परीक्षा वर्ष और पाली भी दिया गया है, ताकि आप आसानी से समझ सकें कि Class 10 Bihar Board Hindi Questions किस प्रकार से पूछे जाते हैं। इस प्रश्न-उत्तर संग्रह को पढ़ने के बाद आपकी तैयारी और भी बेहतर हो जाएगी।
साथ ही, आप इस पेज से Class 10 Bihar Board Hindi Questions Answer PDF भी डाउनलोड कर सकते हैं। यह PDF आपकी परीक्षा की तैयारी में सहायता करेगी।
1. लक्ष्मी कौन थी और उसका घर कहाँ था? ‘ढहते विश्वास‘ उत्तर : शीर्षक कहानी के अनुसार लिखें। [2023AI]
उत्तर : लक्ष्मी ‘ढहते विश्वास’ शीर्षक कहानी की मुख्य पात्र थी। उसका पति लक्ष्मण कलकत्ता में नौकरी करता था। लक्ष्मी का घर देवी नदी के बाँध के नीचे था।
2. ‘ढहते विश्वास’ शीर्षक कहानी के लेखक का नाम क्या है? उत्तर : इस कहानी में किस राज्य को बाढ़ एवं सुखा से प्रभावित दिखाया गया है? [2023AII]
उत्तर : ‘ढहते विश्वास’ शीर्षक कहानी के लेखक का नाम सातकोड़ी होता है। इस कहानी में उड़ीसा राज्य को बाढ़ एवं सूखा से प्रभावित दिखाया गया है।
3. नदी की बाढ़ का विकराल रूप देखने के बावजूद मनुष्य वहाँ से क्यों नहीं खिसका?
उत्तर : नदी के बाँध का विकराल रूप देखने के बावजूद भी मनुष्य वहाँ से नहीं खिसका, क्योंकि उन्हें पता था कि यदि बाँध टूट जाता है तो बाढ़ की स्थिति भयावह हो जाएगी, जिससे जान-माल की बड़ी क्षति होगी।
4. लक्ष्मण कहाँ नौकरी करता था? [2021AII]
उत्तर : लक्ष्मण, जो लक्ष्मी का पति था, कलकत्ता (आज का कोलकाता) में नौकरी करता था।
5. लक्ष्मी कौन थी? [2019AI]
उत्तर : लक्ष्मी ‘ढहते विश्वास’ कहानी की प्रमुख पात्रा थी। उसका पति लक्ष्मण कलकत्ता में नौकरी करता था। पति द्वारा भेजे गए पैसों से घर का खर्च नहीं चलता था, इसलिए वह तहसीलदार साहब के घर का काम कर किसी तरह जीवन-यापन करती थी।
6. लक्ष्मी की पारिवारिक परिस्थिति का वर्णन करें। [2013A, 2016AII]
उत्तर : लक्ष्मी ‘ढहते विश्वास’ कहानी की प्रमुख पात्रा है। उसका पति लक्ष्मण कलकत्ता में नौकरी करता है, लेकिन उसकी कमाई अपर्याप्त है। इसलिए लक्ष्मी तहसीलदार के घर का काम कर अपना और बच्चों का पेट पालती है। उसके पास पूर्वजों द्वारा छोड़ा गया एक बीघा खेत था। वह एक तरफ सूखा और दूसरी तरफ बाढ़ की आशंका से हमेशा चिंतित रहती थी।
7. ‘ढहते विश्वास‘ कहानी में आये बाढ़ के दृश्यों का चित्रण अपने शब्दों में प्रस्तुत करें। [2016AII]
उत्तर : ‘ढहते विश्वास’ कहानी में बाढ़ का दृश्य अत्यंत भयावह था। लगातार वर्षा के कारण देवी नदी का बाँध टूट गया और पानी तेजी से गाँव में घुस गया। लोग जान बचाने के लिए ऊँचे टीले के नीचे स्थित स्कूल की ओर भागते हैं। लक्ष्मी अपने बच्चे को गोद में लेकर एक पेड़ के ऊपर चढ़ जाती है और किसी तरह अपने प्राण बचाती है, जबकि पूरा गाँव पानी में डूब जाता है।
8. ‘ढहते विश्वास‘ कहानी की लक्ष्मी का चरित्र चित्रण करें। [2015AI]
उत्तर : लक्ष्मी एक संघर्षशील और साहसी महिला है। वह आर्थिक विपन्नता में भी तहसीलदार के घर काम करके अपने परिवार का पालन-पोषण करती है। वह बाढ़ की त्रासद स्थितियों का डटकर सामना करती है और हौसला नहीं छोड़ती। उसका व्यक्तित्व किसी भी संकट में हार न मानने की भारतीय नारी की विशेषता को दर्शाता है।
9. ‘ढहते विश्वास‘ कहानी के आधार पर प्रमाणित करें कि उड़ीसा का जन-जीवन बाढ़ और सूखा से काफी प्रभावित है? [2015AII]
उत्तर : ‘ढहते विश्वास’ कहानी उड़ीसा के जन-जीवन पर बाढ़ और सूखा के दोहरे प्रकोप को दर्शाती है। गर्मी में वर्षा न होने से फसलें सूख जाती हैं और किसान तबाह हो जाते हैं। वहीं, बरसात में नदियों का जल स्तर बढ़ने से बाँध टूटते हैं और भयंकर बाढ़ आती है, जिससे जान-माल की भारी क्षति होती है।
10. ‘ढहते विश्वास‘ कहानी के शीर्षक की सार्थकता पर विचार करें। [2014AI, 2017AI]
उत्तर : कहानी का नाम ‘ढहते विश्वास’ पूरी तरह से सार्थक है। गाँव के लोगों की आस्था और भरोसा माँ चंडेश्वरी पर था, साथ ही बाढ़ रोकने के लिए बनाए गए बाँध पर भी था। जब बाँध टूटता है और प्रकृति का प्रकोप इतना विकराल होता है कि भगवान भी सहायता नहीं करते, तो लोगों का विश्वास इन दोनों से टूट जाता है।
11. लक्ष्मी के व्यक्तित्व पर प्रकाश डालें। [2012A]
उत्तर : लक्ष्मी का नारी-व्यक्तित्व संवेदनशील और संघर्षमय है। वह जिस साहस के साथ बाढ़ की त्रासद स्थितियों का सामना करती है, वह अविस्मरणीय है। बाढ़ से भले ही उसका घर-परिवार टूट गया हो, पर वह हार नहीं मानती और अपने हौसले को बनाए रखती है। वह आर्थिक विपन्नता में भी अकेली खड़ी होने की क्षमता रखती है।
12. लक्ष्मी कौन थी? उसके पति का क्या नाम था ? [2022AII]
उत्तर : लक्ष्मी ‘ढहते विश्वास’ कहानी की प्रमुख पात्रा थी। उसके पति का नाम लक्ष्मण था।
13. बाढ़ आने के पहले लक्ष्मी ने क्या किया? [2025AII]
उत्तर : बाढ़ आने से पहले सतर्कता दिखाते हुए लक्ष्मी ने कई काम किए। उसने एक बोरे में थोड़ा-सा चिवड़ा, दो काँसे के बर्तन और अंगोछा भरकर रख लिया। उसने गाय, बछड़े और बकरियों को भी खोल दिया और घर की सारी चीजें एक कमरे में इकट्ठा करके ताला लगा दिया।
Bihar Board NCERT Book Class 10 Bihar Board Hindi वर्णिका भाग-2 Chapter 2 Dhahte Vishwash Questions Answer
Bihar Board NCERT Book Class 10 Hindi वर्णिका भाग-2 Chapter 2 ढहते विश्वास – कहानी से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न-उत्तर (Questions Answer)यहाँ दिए गए हैं। इसे पढ़ने से छात्र अपनी तैयारी को और मजबूत बना सकते हैं।
यहाँ विस्तार से आसान शब्दों में दिया है। इसे आप पढ़ने के बाद समझकर शॉर्ट में भी प्रश्न के उत्तर लिख सकते है।
वर्ग 10वीं हिन्दी, वर्णिका भाग-2 बोध और अभ्यास NCERT Solutions
1. लक्ष्मी कौन थी ? उसकी पारिवारिक परिस्थिति का चित्र प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर: लक्ष्मी ‘ढहते विश्वास’ कहानी की प्रमुख पात्र है, जिसका घर देवी नदी के बाँध के पास था। वह एक गरीब और संघर्षशील महिला थी। उसका पति, लक्ष्मण, कलकत्ता में नौकरी करता था, लेकिन उसके भेजे गए पैसों से घर का गुज़ारा नहीं होता था। इसलिए, लक्ष्मी तहसीलदार साहब के घर छोटा-मोटा काम करके अपनी आर्थिक कमी पूरी करती थी।
उसकी पारिवारिक परिस्थिति बहुत ही तंगी भरी थी:
- संपत्ति: उसके पास पूर्वजों द्वारा छोड़ी गई एक बीघा खेत और ज़मीन का एक छोटा टुकड़ा था। उसने हल किराये पर लेकर खेती भी करवाई थी।
- घर: पिछली बार तूफान में उसका घर टूट गया था, जिसे उसने उधार-कर्ज लेकर किसी तरह बाँस और पुआल से फिर से बनाया था।
- परिवार: उसके तीन बच्चे थे, जिनमें बड़ा बेटा अच्युत और दो बेटियाँ तथा एक साल भर का छोटा बेटा शामिल थे।
- संघर्ष: पति के परदेशी होने के कारण वह अकेले ही घर, खेती और बच्चों की पूरी ज़िम्मेदारी संभालती थी, और लगातार प्राकृतिक विपत्तियों का सामना कर रही थी।
2. कहानी के आधार पर प्रमाणित करें कि उड़ीसा का जन–जीवन बाढ़ और सूखा से काफी प्रभावित रहा है।
उत्तर: कहानी ‘ढहते विश्वास’ यह प्रमाणित करती है कि उड़ीसा का जन-जीवन बाढ़ और सूखे के विनाशकारी चक्र से बुरी तरह प्रभावित रहा है:
- आपदाओं का क्रम: लोगों को एक के बाद एक आपदा झेलनी पड़ती थी। तूफान के तुरंत बाद सूखा पड़ा, जिससे लक्ष्मी के खेतों के अंकुर जल गए और पौधे धूप में झुलस गए। इसके बाद फिर लगातार बारिश से बाढ़ का ख़तरा पैदा हो गया।
- बाँध टूटने का डर: पिछली बाढ़ में दलेइ बाँध टूटने के कारण भारी विनाश हुआ था। यह डर लोगों के मन में हमेशा बना रहता था कि फिर से सब कुछ खत्म हो जाएगा।
- जीवन का विनाश: कहानी में बताया गया है कि तूफान और सूखे ने लोगों की “कमर तोड़ चुकी थी,” और बाढ़ का मुकाबला करने की ताकत उनमें नहीं बची थी। हर आपदा लोगों के विकास और आशाओं को पीछे धकेल देती थी।
3. कहानी में आये बाढ़ के दृश्यों का चित्रण अपने शब्दों में प्रस्तुत करें।
उत्तर: कहानी में बाढ़ के दृश्य बहुत ही भयावह और विनाशकारी रूप में चित्रित किए गए हैं:
- दहशत और तैयारी: लगातार बारिश हो रही थी। पढ़ाकू लड़का गुणनिधि महानदी के जलस्तर के बढ़ने और हीराकुंद से पानी छोड़े जाने की खबर देता है। गाँव में डर फैल जाता है और लोग बाँध को मजबूत करने की कोशिश करते हैं।
- बाँध का टूटना और जलप्रलय: ताड़ के पेड़ के पास पानी की तेज धारा बाँध से टकराती है, और बाँध दस–वर्षीय बच्चे की तरह कूदकर टूट जाता है। नदी की पागल धारा एक एहसानफरामोश की तरह अपने सारे वायदे तोड़कर आगे बढ़ती है।
- विनाश का मंज़र: पानी घर के समान ऊँची धारा बनकर गाँव की ओर लपकता है। ताड़ के पेड़ का नामोनिशान मिट जाता है। यह धारा घर, खेत-खलिहान, बाग-बगीचों को मिट्टी में मिलाकर आगे बढ़ती जाती है।
- लोगों की विवशता: भयभीत लोग हाँफते हुए ऊँचे टीले (स्कूल) की ओर भागते हैं, जहाँ तिल रखने की भी जगह नहीं बचती। लक्ष्मी खुद पानी में बहने लगती है, पैर ज़मीन में नहीं टिकते, और वह बड़ी मुश्किल से बच्चे को उठाकर बरगद की जटा पकड़कर जान बचाती है।
- अंतहीन पानी: चारों ओर सिर्फ पानी ही पानी होता है, मानो एक और महासागर बन गया हो। पानी में लोगों और पशुओं के शव बहते दिखाई देते हैं।
4. कहानी के शीर्षक की सार्थकता पर विचार करें।
उत्तर: कहानी का शीर्षक ‘ढहते विश्वास‘ (Dhahte Vishwas) पूरी तरह से सार्थक है, क्योंकि यह केवल घरों या बाँधों के टूटने की नहीं, बल्कि मनुष्य के भरोसे के टूटने की कहानी है:
- दैवीय आस्था का टूटना: लगातार विनाशकारी आपदाएं झेलने के बाद, लोगों का देवी–देवताओं पर से और ईश्वरीय विधान पर से भरोसा उठने लगा है। उन्हें लगता है, मानो सृष्टि की शुरुआत में किए गए सारे वायदे खोखली आवाज़ों में बदल गए हैं।
- प्रकृति पर विश्वासघात: लोग नदी को शरारती बच्चे की तरह मानते थे, पर जब नदी ‘किसी एहसानफरामोश की तरह’ बाँध तोड़ देती है, तो प्रकृति के प्रति सदियों पुराना विश्वास ढह जाता है।
- मानवीय उम्मीद का टूटना: लक्ष्मी को अपने बेटे अच्युत के जीवित होने की आखिरी उम्मीद थी। जब उसे अपना बेटा नहीं मिलता, बल्कि एक अनजान मृत बच्चा मिलता है, तो यह उसकी अंतिम मानवीय आशा और ममता के भाव पर एक गहरा आघात होता है।
इस प्रकार, शीर्षक मनुष्य के मन में सुरक्षा, ईश्वर और जीवन की आशा से जुड़े सभी भरोसे के खत्म हो जाने की स्थिति को दर्शाता है।
5. लक्ष्मी के व्यक्तित्व पर विचार करें।
उत्तर: लक्ष्मी का व्यक्तित्व साहसी, कर्मठ, सहनशील और ममतामयी है:
- कर्मठ और ज़िम्मेदार: पति के पैसे कम पड़ने पर भी वह काम करती है, खेती करवाती है, और उधार-कर्ज लेकर घर बनवाती है। वह अपने घर की ज़िम्मेदारियाँ अकेले उठाती है।
- आशावादी और दृढ़: वह कई विपत्तियों का सामना कर चुकी है, लेकिन फिर भी हठीले जंगली भैंसे की तरह बगैर टूटे अच्छे दिनों की प्रतीक्षा करती रहती है।
- ममता और करुणा: उसे अपने बच्चों की सुरक्षा की सबसे ज़्यादा चिंता है। बाढ़ के समय वह न केवल अपने बच्चों को, बल्कि गाय-बछड़े और बकरियों के गले से पगहा खोलकर उन्हें भी सुरक्षित कर देती है।
- जुझारू शक्ति: बाढ़ के प्रचंड वेग में भी, जब वह बहने लगती है, तो एक हाथ से बच्चे को ऊपर उठाकर और दूसरे हाथ से बरगद की जटा पकड़कर अपनी जान बचाने का अद्भुत साहस दिखाती है।
- त्रासद ममता: अंत में, जब उसे अपना बेटा नहीं मिलता, तो वह विक्षिप्त-सी होकर पेड़ की डाल में फँसे एक अनजान मृत बच्चे को भी अपने सीने से लगा लेती है, जो उसकी टूटी हुई ममता को दर्शाता है।
6. बिहार का जन–जीवन भी बाढ़ और सूखा से प्रभावित होता रहा है। इस संबंध में आप क्या सोचते हैं? लिखें।
उत्तर: मेरा मानना है कि बिहार का जन-जीवन भी, उड़ीसा की तरह, हर साल बाढ़ और सूखे की दोहरी मार झेलता है, खासकर उत्तर बिहार।
- बाढ़ का कहर: कोसी और गंडक जैसी नदियाँ हर साल मानसून में विनाशकारी बाढ़ लाती हैं। यह हर साल लाखों लोगों के लिए जान-माल का नुकसान, विस्थापन और कृषि के विनाश का कारण बनती है।
- विकास पर प्रभाव: बाढ़ और सूखा राज्य की कृषि-आधारित अर्थव्यवस्था को लगातार नुकसान पहुँचाते हैं। हर साल लोगों को दोबारा से शुरुआत करनी पड़ती है, जिससे उनका आर्थिक और सामाजिक विकास बहुत पीछे रह जाता है।
- मानवीय विवशता: कहानी की तरह, बिहार के लोग भी हर साल इस प्राकृतिक विभीषिका के आगे विवश महसूस करते हैं। यह स्थिति उनके मन में व्यवस्था, सुरक्षा और भविष्य पर से ‘ढहते विश्वास’ की भावना को जन्म देती है।
- समाधान की आवश्यकता: इस समस्या से निपटने के लिए केवल तात्कालिक राहत नहीं, बल्कि दीर्घकालिक जल प्रबंधन, बाँधों और तटबंधों का बेहतर निर्माण, और आपदा-प्रवण क्षेत्रों में स्थायी आजीविका के साधनों का विकास करना बहुत ज़रूरी है।
7. कहानी का सारांश प्रस्तुत करें।
उत्तर: ‘ढहते विश्वास‘ उड़िया कथाकार सातकोड़ी होता की एक मार्मिक कहानी है, जो उड़ीसा में बाढ़ से त्रस्त एक गरीब परिवार की कथा है।
कहानी की मुख्य पात्र लक्ष्मी है, जो अपने बच्चों और खेत की देखभाल अकेले करती है, क्योंकि उसका पति कलकत्ता में नौकरी करता है। वह तहसीलदार के घर भी काम करती है। लगातार बारिश और पिछली बाढ़ की भयानक यादों से वह चिंतित है।
जब गुणनिधि खबर लाता है कि महानदी में पानी बढ़ गया है और बाँध टूटने का खतरा है, तो गाँव में दहशत फैल जाती है। सरपंच की चेतावनी पर लोग ऊँचे टीले (स्कूल) की ओर भागते हैं। लक्ष्मी अपने बड़े बेटे अच्युत (जो बाँध की निगरानी कर रहा था) का इंतजार करते हुए पिछड़ जाती है।
बाँध टूट जाता है, और पानी की विकराल धारा गाँव को निगलने लगती है। लक्ष्मी भागते हुए मुश्किल से अपने छोटे बच्चे और लड़कियों के साथ बरगद की जटा पकड़कर अपनी जान बचाती है।
अगले दिन, बाढ़ का पानी चारों ओर होता है। टीले पर लक्ष्मी देखती है कि उसका छोटा बेटा गायब है। दुःख और शून्य मन की स्थिति में, वह पेड़ की डाल में फँसे एक अनजान, मृत बच्चे को अपने सीने से लगा लेती है।
कहानी यह दर्शाती है कि प्राकृतिक आपदाओं के बार-बार आने से मनुष्य का ईश्वर, प्रकृति और जीवन पर से विश्वास ढह गया है, और वह स्वयं को असहाय और ठगा हुआ महसूस करता है।
❓बिहार बोर्ड में अक्सर ढहते विश्वास कहानी से पूछे जाने वाले प्रश्न
1. ढहते विश्वास शीर्षक कहानी में, तूफान में किसका घर टूट गया था? [2023AI]
उत्तर : ढहते विश्वास शीर्षक कहानी में, तूफान में लक्ष्मी का घर टूट गया था।
2. ‘ढहते विश्वास’ शीर्षक पाठ में किस बाँध के टूटने की बात कही गयी है? [2023AII, 2024AI, 2025AI]
उत्तर : ‘ढहते विश्वास’ शीर्षक पाठ में दलेई बाँध के टूटने की बात कही गयी है।
3. ‘ढहते विश्वास’ कहानी में किस राज्य की बाढ़ एवं सूखा से प्रभावित दिखाया गया है? [2021AI]
उत्तर : ‘ढहते विश्वास’ कहानी में उड़ीसा राज्य की बाढ़ एवं सूखा से प्रभावित दिखाया गया है।
4. ढहते विश्वास’ कहानी के आधार पर प्रमाणित करें कि उड़ीसा का जन-जीवन बाढ़ और सूखा से काफी प्रभावित रहा है।
उत्तर : कहानी ‘ढहते विश्वास’ यह प्रमाणित करती है कि उड़ीसा का जन-जीवन बाढ़ और सूखे के विनाशकारी चक्र से बुरी तरह प्रभावित रहा है ।
5. ‘ढहते विश्वास’ कहानी के लेखक/सम्पादक कौन हैं। [2021AII]
उत्तर : ‘ढहते विश्वास’ कहानी के लेखक/सम्पादक ‘सातकोड़ी होता’ हैं।
निष्कर्ष :
Class 10 Bihar Board Hindi वर्णिका भाग-2 Chapter 2 “ढहते विश्वास” के सभी प्रश्न उत्तर और Question Bank Solutions ऊपर दिए गए हैं। उम्मीद है कि यह नोट्स आपकी परीक्षा की तैयारी में सहायक होंगे। अगर आपको किसी प्रश्न का उत्तर समझने में कठिनाई हो रही है तो इसे बार-बार पढ़ें और अपने शिक्षक से भी चर्चा करें। अधिक अभ्यास करने से आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त होंगे।
ढहते विश्वास Questions Answer Free PDF Download
अब आपको ढहते विश्वास Questions Answer PDF ढूँढने में और समय बर्बाद नहीं करना पड़ेगा ! ढहते विश्वास Questions Answer, जिसमें Question Bank के 13 प्रश्न और NCERT Book के 7 प्रश्नों के Detailed Questions Answer शामिल हैं, Free PDF Download करें और ऑफ़लाइन (Offline) रहते हुए भी कभी भी, कहीं भी अपनी परीक्षा की तैयारी करें।
📌 Related Posts / Study Material Links
- दही वाली मंगग्मा (वर्णिका भाग 2) Subjective Questions Bihar Board 2026
- दही वाली मंगग्मा Objective Question | 10th Bihar Board Free PDF
- ढहते विश्वास Objective Questions | Class 10 Hindi Varnika Part 2 | Free PDF
- बहादुर कहानी का सारांश – Important Notes Class 10th Hindi
- माँ कहानी Objective Question, Class 10th Hindi Important MCQs, PDF
- नगर कहानी Objective Questions 2026 (PDF) ∣ Class 10 Hindi Important MCQs
- श्रम विभाजन और जाति प्रथा Objective Questions, Notes (Bihar Board 2026)
- बहादुर कहानी का सारांश, Notes – Class 10th Hindi Bihar Board Free PDF
📲 Join Kanak Ki PathShala Community
🎓 Free Study Materials, Notes & Test Updates




