
धरती कब तक घूमेगी – कहानी का सारांश और मुख्य घटनाएँ (Bihar Board Class 10th Hindi) Free PDF Download
वर्ग 10वीं हिन्दी वर्णिका भाग 2, अध्याय 5 धरती कब तक घूमेगी कहानी का सारांश (Dharti Kab Tak Ghumegi Saransh) – यह कहानी वृद्धा सीता के जीवन, उनके परिवार और घरेलू संघर्षों को दर्शाती है। इसमें वृद्धों के सम्मान, प्यार और आत्मसम्मान के महत्व को प्रमुखता से दिखाया गया है। यह सारांश Bihar Board Class 10th के छात्रों के लिए उपयोगी है।
धरती कब तक घूमेगी – लेखक परिचय
लेखक का नाम : साँवर दइया (राजस्थानी भाषा के प्रमुख कहानीकार)
भाषा : राजस्थानी मूल, लेखक द्वारा हिंदी में अनुवाद
प्रकाशन : ‘समकालीन भारतीय साहित्य’ (अप्रैल-जून 1983)
कहानी का विषय / थीम
- वृद्धा सीता के जीवन और परिवार में होने वाली मनोवैज्ञानिक एवं भावनात्मक जटिलताएँ।
- परिवार में सम्मान, प्यार और जिम्मेदारी की कमी।
- बुजुर्गों के प्रति बेटों का व्यवहार और घरेलू संघर्ष।
- भोजन (रोटी) और भरण-पोषण के माध्यम से पारिवारिक संबंधों का प्रतीक।
- स्वतंत्रता, अकेलेपन और आत्मसम्मान का महत्व।
मुख्य घटनाएँ
सीता की भावनाएँ
- घर, परिवार और बच्चों के बीच अकेलापन महसूस करना।
- जीवन में “कुछ कमी” का एहसास।
- रोज़मर्रा की चीज़ें – दो वक्त की रोटी – पर्याप्त नहीं, भावनात्मक संतुष्टि भी जरूरी।
बेटों का व्यवहार
- तीन बेटे : कैलास, नारायण और बिज्जू।
- माँ के प्रति प्रेम और देखभाल की कमी।
- भोजन और रहने का फैसला बेटे आपस में बाँट लेते हैं, बिना माँ की राय पूछे।
घरेलू संघर्ष
- बेटों और बहुओं के बीच झगड़े।
- बच्चों का खेल और घर में असंतुलन।
- सीता अपने बच्चों के साथ बिताए समय की याद करती हैं।
सीता की प्रतिक्रिया
- धीरे-धीरे आत्मसम्मान का एहसास।
- निर्णय : परिवार की ज़रूरतों के लिए खुद को बंधा नहीं रखें।
- अंततः घर छोड़कर स्वतंत्रता की ओर रवाना।
धरती कब तक घूमेगी कहानी का मुख्य संदेश / सीख
- मानव जीवन केवल भौतिक सुखों (रोटी) तक सीमित नहीं।
- भावनात्मक और मानसिक संतोष जीवन के लिए जरूरी।
- वृद्धों के प्रति परिवार की जिम्मेदारी केवल भरण-पोषण तक सीमित नहीं होनी चाहिए।
- स्वतंत्रता और आत्मसम्मान का महत्व।
- परिवार में झगड़े और भेदभाव बुजुर्गों के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं।
धरती कब तक घूमेगी कहानी का मुख्य पात्र
- सीता : मुख्य पात्र, वृद्धा, परिवार की देखभाल करती हैं।
- तीन बेटे : कैलास, नारायण, बिज्जू – माता के प्रति जिम्मेदारी कम।
- बहुएँ और पोते : परिवार की जटिलता में शामिल।
कहानी का अंत
- सीता ने महसूस किया कि आकाश और धरती विशाल हैं, और घर की सीमाओं और झगड़ों से मुक्त होना जरूरी है।
- स्वतंत्र होकर वह घर छोड़ देती हैं और खुली हवा में रवाना होती हैं।
धरती कब तक घूमेगी – सारांश :
कहानी “धरती कब तक घूमेगी” में लेखक साँवर दइया ने वृद्धा सीता के जीवन और परिवार के भीतर संघर्षों को बारीकी से प्रस्तुत किया है। सीता अपने बच्चों और उनके परिवार के बीच रहते हुए, भले ही दो वक्त की रोटी मिलती हो, मानसिक और भावनात्मक रूप से असंतुष्ट रहती हैं। घर में प्रेम, समझदारी और आत्मीयता की कमी है। बेटों ने माँ के रहने और खाने का निर्णय आपस में बाँट लिया, बिना उनकी राय पूछे।
सीता अनुभव करती हैं कि जीवन केवल भौतिक चीज़ों तक सीमित नहीं है। भावनात्मक संतोष, स्वतंत्रता और सम्मान भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं। अंततः वह समझती हैं कि अपने आत्मसम्मान और मानसिक शांति के लिए परिवार के झगड़ों और बंधनों से मुक्त होना जरूरी है। सीता घर छोड़कर स्वतंत्र होकर खुली हवा और विशाल आकाश की ओर चल पड़ती हैं।
धरती कब तक घूमेगी कहानी का निष्कर्ष :
“धरती कब तक घूमेगी” कहानी हमें यह सिखाती है कि जीवन केवल भौतिक सुखों तक सीमित नहीं है। वृद्धों के प्रति सम्मान, भावनात्मक संतोष, स्वतंत्रता और आत्मसम्मान उतने ही महत्वपूर्ण हैं। परिवार के झगड़े और असंतुलन बुजुर्गों के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डाल सकते हैं। सीता का घर छोड़कर स्वतंत्र होना यह दर्शाता है कि आत्मसम्मान और मानसिक शांति के लिए कभी-कभी सीमाओं को पार करना जरूरी होता है।
धरती कब तक घूमेगी कहानी के प्रश्न – उत्तर (Dharti Kab Tak Ghumegi Saransh NCERT Solutions QnA)
धरती कब तक घूमेगी कहानी के प्रश्न – उत्तर सेक्शन में आपको सभी महत्वपूर्ण सवाल और उनके उत्तर सरल भाषा में मिलेंगे। यह Dharti Kab Tak Ghumegi Saransh विशेष रूप से Bihar Board Class 10वीं हिंदी छात्रों के लिए तैयार किया गया है, ताकि वे बोर्ड परीक्षा की तैयारी आसानी से कर सकें और कहानी की मुख्य घटनाओं, पात्रों और संदेश को अच्छी तरह समझ सकें।
1. सीता अपने ही घर में क्यों घुटन महसूस करती है ?
उत्तर : सीता अपने घर में इसलिए घुटन महसूस करती हैं क्योंकि वहाँ सिर्फ भरण-पोषण (दो वक्त की रोटी) मिलना ही सब कुछ नहीं है। घर में प्रेम, आत्मीयता और सम्मान की कमी है। बच्चे और बहुएँ अपने माता-पिता और दादी के साथ भावनात्मक संबंध नहीं रखते, झगड़े और भेदभाव घर में माहौल को तनावपूर्ण बना देते हैं।
2. पाली बदलने पर अपने घर दादी माँ के खाने को लेकर को लेकर बच्चे खुश होते हैं जबकि उनके माता-पिता नाखुश । बच्चे की खुशी और माता-पिता की नाखुशी के कारणों पर विचार करें ।
उत्तर : बच्चे खुश होते हैं जबकि उनके माता-पिता नाखुश। बच्चों की खुशी और माता-पिता की नाखुशी के कारण
बच्चों की खुशी : उन्हें दादी माँ के पास रहने और उनके साथ खाना खाने में आनंद आता है। उन्हें दादी की देखभाल, प्यार और सामंजस्य महसूस होता है।
माता-पिता की नाखुशी : वे यह मानते हैं कि खाना खाने और घर की व्यवस्था में दादी माँ का बारी-बारी जाना असुविधाजनक है। उनके लिए यह जिम्मेदारी और नियंत्रण का प्रश्न बन जाता है।
3. ‘इस समय उसकी आँखों के आगे न तो अँधेरा था और न ही उसे धरती और आकाश के बीच घुटन हुई ।‘ – सप्रसंग व्याख्या करें ।
उत्तर : सीता जब घर छोड़कर स्वतंत्र होकर खुली हवा और विशाल आकाश की ओर जाती हैं, तब उसे हल्का महसूस होता है। अब घर की सीमाओं, झगड़ों और दबावों से मुक्त होकर वह मानसिक शांति अनुभव करती हैं। न अँधेरा है और न घुटन – इसका अर्थ है कि अब उसका मन हल्का और मुक्त है।
4. सीता का चरित्र चित्रण करें
उत्तर : सीता एक वृद्ध महिला हैं, जो अपने परिवार की देखभाल करती हैं। वह संवेदनशील, सहनशील और भावनात्मक रूप से गहरी हैं। घर में झगड़े और बेटों की गैर-जिम्मेदारी के बावजूद धैर्य और आत्मसंयम रखती हैं। अपनी आत्मसम्मान और मानसिक शांति के लिए अंततः स्वतंत्रता की ओर बढ़ती हैं। उनका चरित्र प्रेम, बलिदान और आत्मसम्मान का प्रतीक है।
5. कहानी के शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट करें
उत्तर : “धरती कब तक घूमेगी” शीर्षक का अर्थ है – जीवन में समय, परिवर्तन और परिस्थितियाँ लगातार चलती रहती हैं। कहानी में सीता का जीवन और परिवार की परिस्थितियाँ बदलती रहती हैं। यह शीर्षक यह भी दर्शाता है कि जीवन में स्थिरता नहीं है, और व्यक्ति को अपने निर्णय और स्वतंत्रता के लिए समय-समय पर कदम उठाने पड़ते हैं।
6. कहानी का सारांश प्रस्तुत करें
उत्तर : कहानी “धरती कब तक घूमेगी” में वृद्धा सीता अपने परिवार में भरण-पोषण तो पाती हैं, लेकिन प्रेम, सम्मान और भावनात्मक संतोष की कमी महसूस करती हैं। बेटे और बहुएँ आपस में झगड़ते हैं, और माता के रहने और खाने का निर्णय खुद ले लेते हैं। सीता धीरे-धीरे समझती हैं कि जीवन केवल रोटी या भौतिक आवश्यकताओं तक सीमित नहीं है। आत्मसम्मान, स्वतंत्रता और मानसिक शांति के लिए वह घर छोड़कर खुली हवा और विशाल आकाश की ओर रवाना होती हैं।
धरती कब तक घूमेगी’ कहानी से बिहार बोर्ड में पूछे गए प्रश्न
‘धरती कब तक घूमेगी’ कहानी से बिहार बोर्ड में अक्सर महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे जाते हैं। इस कहानी में वृद्धा सीता के जीवन, परिवार में झगड़े और भावनात्मक संघर्षों को दर्शाया गया है।
निचे कुछ प्रश्न दिए गए हैं, साथ में यह भी बताया गया है कि ये प्रश्न कब बोर्ड में पूछे गए थे, जो छात्रों को बोर्ड परीक्षा की तैयारी और सही उत्तर याद रखने में मदद करेंगे।
‘धरती कब तक घूमेगी’ कहानी किस लेखक द्वारा अनुदित है? [2018AII]
उत्तर : धरती कब तक घूमेगी’ कहानी साँवर दइया के द्वारा अनुदित है।
‘धरती कब तक घूमेगी’ पाठ के लेखक हैं? [2019AII, 2021AI]
उत्तर : ‘धरती कब तक घूमेगी’ कहानी के लेखक साँवर दइया है।
सीता रूआँसी क्यों हो गयी? [2020AI, 2023AII]
उत्तर : सीता रूआँसी अपना काला ओढ़ना देखकर हो गयी।
सीता को कितने बेटे थे? [2019C, 2021AI]
उत्तर : सीता को तीन बेटे थे।
सीता के बेटों ने सीता को कितने रूपये माहवारी खर्च देने का निर्णय लिया?
उत्तर : सीता के बेटों ने सीता को 50 रूपये माहवारी खर्च देने का निर्णय लिया गया था।
सीता के सबसे बड़े बेटे का नाम था- [2018C, 2023AII]
उत्तर : सीता के सबसे बड़े बेटे का नाम कैलाश था।
वर्ग 10वीं हिन्दी वर्णिका भाग 2, अध्याय 5 धरती कब तक घूमेगी कहानी PDF डाउनलोड
धरती कब तक घूमेगी कहानी – यह अध्याय 5, वर्ग 10वीं हिन्दी वर्णिका भाग 2 का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस PDF में कहानी का सारांश, मुख्य पात्र, घटनाएँ और सीख के साथ-साथ MCQs (बहुविकल्पीय प्रश्न) और उनकी Answer Key भी शामिल हैं। आप इसे डाउनलोड करके बोर्ड परीक्षा की तैयारी और ऑनलाइन टेस्ट अभ्यास दोनों के लिए उपयोग कर सकते हैं।
वर्ग 10वीं हिन्दी वर्णिका भाग 2 के Objective Questions (MCQs with Answer Key) का लिंक भी नीचे दिया गया है। वहाँ से आप पूरी किताब के Class 10 Hindi Objective Question Answer पढ़कर अपनी तैयारी को और मजबूत बना सकते हैं ।
📘 Class 10th Hindi वर्णिका भाग 2 – Objective Question 2026
| # | Chapter Name |
|---|---|
| 1 | दही वाली मंगम्मा |
| 2 | ढहते विश्वास |
| 3 | माँ – कहानी |
| 4 | नगर कहानी |
| 5 | धरती कब तक घूमेगी |
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